Taraweeh Ki Dua in Hindi | तरावीह की दुआ हिंदी
मेरे दीनी भाइयों और बहनो आज की इस पोस्ट में हम namaz e taraweeh ki dua तरावीह की नमाज़ के हर चार रकात के बाद पढ़ी जाने वाली दुआ हिन्दी में हिन्दी तर्जुमा के साथ taraweeh ki dua in hindi लेकर आपकी ख़िदमत में हाजिर हुआ हूँ ये दुआ तरावीह की नमाज़ में हर चार रकात नमाज़ के बाद पढ़े। इस पोस्ट में तरावीह की दुआ हिन्दी में taraweeh ki dua hindi mein की Image भी मिलेगी इसके अलावा taraweeh ki dua tarjuma ke sath की PDF file भी दिया गया है।
तरावीह की नमाज़ का बयान
इस नमाज़ का पढ़ना हर मर्द , औरत के लिए सुन्नते मुअक्किदह है । इसको न पढ़ने वाला गुनाहगार होगा । यह रमज़ान के महीने की पहली रात से आखिर महीने तक हर रात में पढ़ी जाती है । इसका वक्त अिशा की नमाज़ के बाद से फ़ज़र के शुरू होने से पहले तक रहता है । दो – दो रकअत की नियत से आमतौर पर बीस रकअत पढ़नी चाहिए , अगर जमाअत से पढ़ी जाये तो वित्र भी जमाअत से पढ़नी चाहिए और तीनों रकअतों में तेज़ आवाज़ से पढ़ना चाहिये और हर रकअत के बाद बैठकर यह दुआ पढ़ें ।
Namaz E Taraweeh Ki Dua | तरावीह की दुआ हिंदी
सुब्हान ज़िल मुल्कि , वल्मल कूति , सुब्हान जिल् अिज़्ज़ति , वलअज़मति वल्हैबति , वल्कुदरति , वल्किब्रियाई वल् – ज – बरूति , सुब्हानल् – म लिकिल् हय्यिल्लज़ी , लायनामु वला यमूतु , सुब्बूहुन कुद्दूसुन , रब्बुना व रब्बुल मलाइकति वर्रूहि , अल्ला हुम – म अजिरना मिनन्नारि , यामुजीरू यामुजीरू , यामुजीर
तर्जुमा
पाक है वह ! ज़मीन की बादशाही और आसमान की बादशाही वाला , पाक है , वह इज़्ज़त और बुजुर्गी और हैबत और कुदरत तथा बड़ाई और दबदबे वाला । पाक है बादशाह (हकीकी) ज़िन्दा , जो सोता नहीं और न मरेगा बहुत ही मुकद्दस है हमारा परवरदिगार और फ़रिश्तों और रूह का परवरदिगार ऐ अल्लाह ! हमको दोज़ख़ से पनाह देने वाले , ऐ पनाह देने वाले , ऐ पनाह देने वाले ” ।